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Friday, October 7, 2016

मेहनत का फल

एक बार भोले शंकर ने दुनिया पर बड़ा भारी कोप किया।
पार्वती को साक्षी बनाकर संकल्प किया कि जब तक यह दुष्ट दुनिया सुधरेगी नहीं, तब तक शंख नहीं बजाएंगे।
शंकर भगवान शंख बजाएं तो बरसात हो।
बरसात रुक गई।
अकाल-दर-अकाल पड़े। पानी की बूंद तक नहीं बरसी।
न किसी राजा के क्लेश व सन्ताप की सीमा रही और न किसी रंक की।




Sunday, September 25, 2016

आइये जानते हैँ कृष्ण जी की सोलह कलाओ के बारे में !!

अवतारी शक्तियों की सामर्थ्य को समझने के लिए कलाओं को आधार मानते हैं। कला को अवतारी शक्ति की एक इकाई मानें तो श्रीकृष्ण सोलह कला के अवतार माने गए हैं। भागवत पुराण के अनुसार सोलह कलाओं में अवतार की पूरी सामर्थ्य खिल उठती है। अवतारों में श्रीकृष्ण में ही यह सभी कलाएं प्रकट हुई थी। इन कलाओं के नाम हैं-

Monday, August 29, 2016

Lord Krishna भगवान श्री कृष्ण

भगवान् *श्री कृष्ण* को अलग अलग स्थानों में अलग अलग नामो से जाना जाता है।

  


  1.  उत्तर प्रदेश में कृष्ण या गोपाल गोविन्द इत्यादि नामो से जानते है।
  2.  राजस्थान में श्रीनाथजी या ठाकुरजी के नाम से जानते है।
  3.  महाराष्ट्र में बिट्ठल के नाम से भगवान् जाने जाते है।
  4.  उड़ीसा में जगन्नाथ के नाम से जाने जाते है।
  5.  बंगाल में गोपालजी के नाम से जाने जाते है।
  6.  दक्षिण भारत में वेंकटेश या गोविंदा के नाम से जाने जाते है।
  7.  गुजरात में द्वारिकाधीश के नाम से जाने जाते है।
  8.  असम ,त्रिपुरा,नेपाल इत्यादि पूर्वोत्तर क्षेत्रो में कृष्ण नाम से ही पूजा होती है।
  9. मलेशिया, इंडोनेशिया, अमेरिका, इंग्लैंड, फ़्रांस इत्यादि देशो में कृष्ण नाम ही विख्यात है।
  10. गोविन्द या गोपाल में "गो" शब्द का अर्थ गाय एवं इन्द्रियों , दोनों से है। गो एक संस्कृत शब्द है और ऋग्वेद में गो का अर्थ होता है मनुष्य की इंद्रिया...जो इन्द्रियों का विजेता हो जिसके वश में इंद्रिया हो वही गोविंद है गोपाल है।
  11. श्री कृष्ण के पिता का नाम वसुदेव था इसलिए इन्हें आजीवन "वासुदेव" के नाम से जाना गया। श्री कृष्ण के दादा का नाम शूरसेन था..
  12.  श्री कृष्ण का जन्म उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद के राजा कंस की जेल में हुआ था। 
  13.   श्री कृष्ण के भाई बलराम थे लेकिन उद्धव और अंगिरस उनके चचेरे भाई थे, अंगिरस ने बाद में तपस्या की थी और जैन धर्म के तीर्थंकर नेमिनाथ के नाम से विख्यात हुए थे।
  14.  श्री कृष्ण ने 16000 राजकुमारियों को असम के राजा नरकासुर की कारागार से मुक्त कराया था और उन राजकुमारियों को आत्महत्या से रोकने के लिए मजबूरी में उनके सम्मान हेतु उनसे विवाह किया था। क्योंकि उस युग में हरण की हुयी स्त्री अछूत समझी जाती थी और समाज उन स्त्रियों को अपनाता नहीं था।। 

Saturday, July 2, 2016

Amarnath Yatra 2016 Baba Barfani



Amarnath Yatra 2016 Baba Barfani 

in full shape Released....  BUM BUM  BHOLE

आप भी खूबसूरत शिंवलिंगों के दर्शन कीजिये ।। Must Like and share हर हर महादेव।।।



Tuesday, February 9, 2016

बांसुरी भगवान श्री कृष्‍ण को अति प्रिय है - Lord Krishna- flute

बांसुरी भगवान श्री कृष्‍ण को अति प्रिय है, क्योंकि बांसुरी में तीन गुण है... 

पहला - बांसुरी में गांठ नहीं है, जो संकेत है कि अपने अंदर किसी भी प्रकार की गांठ मत रखो यानि मन में बदले की भावना मत रखो 

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